कार खरीदना, कविता लिखना धर्म का उल्लंघन, नन से मांगा जवाब

कार खरीदने और कविताएं प्रकाशित कराने वाली केरल की एक नन को नोटिस भेजा गया है. इसमें आरोप लगाया गया है कि वह 'धार्मिक सिद्धांतों के खिलाफ' जीवन जी रही है. यह नन बलात्कार के एक मामले में जालंधर के एक पूर्व बिशप के खिलाफ प्रदर्शन में हिस्सा भी ले चुकी है. यह नोटिस कोच्चि के अलुवा स्थित एक धार्मिक समूह ने भेजा है.


इस नोटिस में 'फ्रांसिस्कन क्लेरिस्ट कांग्रेगेशन' ने सिस्टर लूसी कलपुरा पर 'धार्मिक जीवन के सिद्धांतों के खिलाफ' जीवन जीने का आरोप लगाया है. नन से बुधवार को सुबह 11 बजे सुपीरियर जनरल सिस्टर एन जोसफ के सामने पेश होकर स्पष्टीकरण देने को कहा गया था.


यह पूछे जाने पर कि क्या सिस्टर लूसी 11 बजे पहुंच सकीं, एक नन ने कहा कि उन्हें वायानाड से आने में परेशानी हुई होगी क्योंकि श्रम संगठनों द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल के कारण वाहन सड़कों से नदारद हैं.


धार्मिक समूह ने नन के लाइसेंस लेने, कार खरीदने, इसके लिए ऋण लेने और अपने वरिष्ठों की अनुमति और जानकारी के बिना धन खर्च करके पुस्तक प्रकाशित करने को गंभीर उल्लंघन करार दिया.


धार्मिक समूह ने नन के टीवी समाचार चैनलों पर चर्चाओं में भाग लेने और गैर-ईसाई अखबारों के लिए लेख लिखकर कैथोलिक नेतृत्व पर झूठे आरोप लगाने को गंभीर मामला करार दिया. इसके अलावा, सिस्टर ने नन के बलात्कार के आरोपी बिशप फ्रांको मुलक्कल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मिशनरीज ऑफ जीसस की पांच ननों के विरोध प्रदर्शन में भी भाग लिया था.